चीन के आसमान पर कब्जे की उड़ान भरेगा Indigo, हरी झंडी मिलने का इंतजार
Indigo के मौजूदा बेड़े और नए ए-321 नियो विमानों के आने के बाद चीन, पश्चिम एशिया और दक्षिणपूर्व एशिया में सेवाएं देने की क्षमता है.
इंडिगो के पास वर्तमान में 200 विमानों का बेड़ा है और यह रोजाना 1,400 उड़ानों का परिचालन करती हैं. (फोटो- IndiGo)
इंडिगो के पास वर्तमान में 200 विमानों का बेड़ा है और यह रोजाना 1,400 उड़ानों का परिचालन करती हैं. (फोटो- IndiGo)
सस्ती उड़ान सेवा देने वाली निजी विमानन कंपनी इंडिगो लगातार अपने सेवाओं को विस्तार देने में लगी हुई है. भारत की घरेलू उड़ान पर बड़ा कब्जा करने के बाद इंडिगो अब चीन तरफ अपना रुख कर रही है. अपने अंतरराष्ट्रीय परिचालन की विस्तार योजना के तहत चीन के बाजार में उतरने के लिए आवश्यक मंजूरियां हासिल करने की प्रक्रिया में है.
गुरुग्राम की इस एयरलाइन ने इससे पहले इसी साल कहा था कि वह चीन, वियतनाम, म्यामां, तुर्की, सऊदी अरब और स्वतंत्र राष्ट्रों के राष्ट्रकुल (सीआईएस) क्षेत्र के बाजारों में उतरने की योजना बना रही है.
एयरलाइन ने कहा कि मौजूदा बेड़े और नए ए-321 नियो विमानों के आने के बाद हमारे पास चीन, पश्चिम एशिया और दक्षिणपूर्व एशिया में सेवाएं देने की क्षमता है.
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फिलहाल एयरलाइन चीन के बाजार में प्रवेश के लिए आवश्यक मंजूरियां हासिल करने की प्रक्रिया में है. एयरलाइन ने कहा कि वह अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क के विस्तार के लिए अवसरों का आकलन कर रही है.
जेट संकट से इंडिगो को फायदा
जेट एयरलाइंस पर आए संकट का सबसे ज्यादा फायदा इंडिगो को मिल रहा है. जेट की सेवाएं रद्द होने से खाली स्लॉट का एक बड़ा हिस्सा इंडिगो को मिल रहा है. इंडिगो के पास वर्तमान में 200 विमानों का बेड़ा है और यह रोजाना 1,400 उड़ानों का परिचालन करती हैं. ये उड़ानें 53 घरेलू और 18 अंतर्राष्ट्रीय गंतव्य स्थानों के लिए हैं. घरेलू बाजार में इसकी बाजार हिससेदारी 43.4 फीसदी है.
11:14 AM IST